दल्ली राजहरा। छत्तीसगढ़ उमराह एंड वेलफेयर फाउंडेशन सोसाइटी की ओर से आज दल्ली राजहरा के रेलवे इंस्टीट्यूट में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम उमराह को रवाना होने वाले नियाज खान की विदाई के अवसर पर आयोजित किया गया था। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए और इस पवित्र यात्रा के लिए दुआएं कीं। मुस्लिमों के सबसे पवित्र स्थल मक्का व मदीना में उमराह करने के लिए इस वर्ष छत्तीसगढ उमराह एण्ड वेलफेयर फाउंडेशन सोसाइटी की ओर से उत्तर बस्तर कांकेर जिले के अंतागढ़ से मरहूम हबीब खान के बेटे नियाज खान को भेजा गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत कुरआन-ए-पाक व हदीस के बारे में खास बाते बताकर हुई। इसके बाद फाउंडेशन के सदस्यों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने नियाज खान को बधाई दी और उमराह यात्रा की अहमियत पर रौशनी डाली। उपस्थित लोगों ने नियाज खान की यात्रा को सफल और बरकतों से भरी होने की दुआ की। आपको बता दें कि जश्ने जियारते हरमैन शरीफैन व न्याजे गौस पाक के नाम से दल्ली राजहरा के रेल्वे इंस्टीट्यूट में दिनांक 13 दिसंबर 2024 दिन शुक्रवार को कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें छत्तीसगढ़ के कई जगह से लोगों ने शिरकत की और उमराह मे जाने वाले खुशनसीब नियाज खान को मुबारकबाद दी। छत्तीसगढ उमराह एण्ड वेलफेयर फाउंडेशन सोसाइटी की ओर से दल्ली राजहरा के रेल्वे इंस्टीट्यूट में दिनांक 13 दिसंबर 2024 को दोपहर खाने की आम दावत रखी गई थी। जिसके बाद 02:00 बजे उमराह मे जाने वाले जनाब नियाज खान का इस्तेकबाल किया गया और उमराह मे जाने की बधाई दी गई।
इस अवसर पर उमराह कमेटी के सदस्य क्रमशः अध्यक्ष मीर रफीक अली, दल्ली राजहरा, सैयद मोहम्मद अहमद, अंतागढ़, मोहम्मद फिरोज, कोंडागांव, अब्दुल नासिर, राजनांदगांव, सैयद गुलाम जिलानी, दुर्ग, एजाज खान, कांकेर, मोहम्मद शकील खान, दल्ली राजहरा, रौशन मोहम्मद, रायपुर, जावेद हुसैन, बिलासपुर, रफीक खान, अंतागढ़, शाकिर कुरैशी (एडवोकेट), रायपुर, अब्दुल जब्बार, दल्ली राजहरा, नसीम अहमद, भानुप्रतापपुर, मीर जुनैद अली, दल्ली राजहरा, तैय्यब अली अंसारी, दल्ली राजहरा, हाजी महमुद कुरैशी, जबलपुर (म.प्र.), अब्दुल लतीफ, दल्ली राजहरा, शेख राजा कुरैशी, दल्ली राजहरा, शेख रमजान, रायपुर, शेख नबी खान, दल्ली राजहरा, मो. इमरान दल्ली राजहरा, मतीन उद्दीन खान, रायपुर, अब्दुल कलाम, दल्ली राजहरा, शेख शरीफ कुरैशी, अंतागढ, नौमान खान, अंतागढ़, जावेद खान, अंतागढ़, शेख निजामुद्दीन (फौजी), दल्ली राजहरा, मोहम्मद फिरोज, कोण्डागांव, सैय्यद आजाद अली, दल्ली राजहरा, शाहनवाज हुसैन, कोरबा से शामिल थे।
वहीं इस भव्य कार्यक्रम में राजा स्टील फर्नीचर, डोंगरगढ़, अली ट्रेडर्स, डोंगरगढ़, सरफराज नवाज, राजनांदगांव, अयान इंटरप्राइजेज, राजनांदगांव, मो. इरफान शेख, राजनांदगांव, गोल्डन कार केयर सेन्टर, भानुप्रतापपुर, आदिल सिद्दीकी, डौंडीलोहारा, भारत ट्रेवल्स, राजनांदगांव, विक्की रेफ्रीजरेशन, राजनांदगांव, सुहेल आटस, दल्ली राजहरा, बस्तर सेल, भानुप्रतापपुर, अहमद स्टील इंडस्ट्रीज, दल्ली राजहरा, मो. सलीम मेमन, कांकेर, एमपी फर्नीचर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, राजनांदगांव, शेख फारुख, दल्ली राजहरा तथा शेख जाफ़िर, दल्ली राजहरा का सराहनीय योगदान रहा।
इस मौके पर फाउंडेशन के अध्यक्ष मीर रफीक अली ने बताया कि उमराह एक ऐसा धार्मिक कर्तव्य है, जिसे मुसलमान अल्लाह की इबादत के लिए मक्का मदीना में अदा करने जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, भिलाई, कांकेर, जगदलपुर, धमतरी और राजनांदगांव समेत कई अन्य जिलों व शहरों से लोग शामिल हुए। सभी ने नियाज खान के उमराह के सफर को यादगार और फलदायक बनाने के लिए दिल से शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के अंत में अंतागढ़ निवासी नियाज खान ने छत्तीसगढ़ उमराह एंड वेलफेयर फाउंडेशन सोसाइटी और उपस्थित जनसमुदाय का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, “यह मेरे जीवन का सबसे अहम लम्हा है, और मैं सभी की दुआओं के लिए बेहद आभारी हूं।” इस विशेष आयोजन के जरिए न केवल धार्मिक भावना को बल मिला बल्कि सामाजिक एकजुटता का भी संदेश दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ उमराह एंड वेलफेयर फाउंडेशन सोसाइटी के अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन से न केवल उमराह पर जाने वालों को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि यह समुदाय के बीच एकजुटता और स्नेह को भी बढ़ावा देता है।
उमराह के महत्व पर विशेष चर्चा
इस मौके पर वक्ताओं ने उमराह के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि उमराह इस्लाम धर्म में एक खास इबादत है, जो इंसान को अल्लाह के करीब ले जाती है। यह यात्रा आत्मशुद्धि का माध्यम है और हर मुसलमान का सपना होता है कि वह इस मुकद्दस सफर पर जाए।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि उमराह यात्रा के जरिए व्यक्ति को अपनी गलतियों का एहसास होता है और वह अपनी जिंदगी को एक नई दिशा देने की कोशिश करता है। यह यात्रा न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक बदलाव का भी जरिया बन सकती है।
मेहमानों के लिए खास इंतजाम
आयोजन में आए मेहमानों के लिए विशेष दावत का इंतजाम किया गया था। मेहमानों ने खाने की जमकर तारीफ की और आयोजन समिति के प्रबंध की सराहना की।
रवानगी का भावुक क्षण
कार्यक्रम के अंत में जब नियाज खान को उनकी यात्रा के लिए रवाना किया गया, तो माहौल भावुक हो गया। उपस्थित जनसमुदाय ने हाथ उठाकर उनके लिए दुआएं कीं और उनकी सलामती और सफल यात्रा की कामना की। नियाज खान ने कहा, “यह पल मेरे लिए जिंदगीभर यादगार रहेगा। मैं सभी का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे इस मुकद्दस सफर के लिए शुभकामनाएं दीं।”
सामाजिक संदेश
इस आयोजन ने न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी एक मजबूत संदेश दिया। यह आयोजन यह दर्शाता है कि एकजुटता, भाईचारा और दूसरों की खुशियों में साझेदारी करना, हमारे समाज की सबसे बड़ी ताकत है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ उमराह एंड वेलफेयर फाउंडेशन सोसाइटी के अध्यक्ष मीर रफीक अली ने यह भी घोषणा की कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि उमराह पर जाने वालों को प्रेरित किया जा सके और समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत किया जा सके।