मैनपुर -टेलू राम कश्यप
जिला-गरियाबंद:-कोसरिया-महरा समाज के लोगों में कोसरिया-महरा सामाजिक भवन निर्माण को लेकर भयानक-विवाद की स्थिति बनी हुई है।दिनांक 09/अक्टूबर 2023 को कोसरिया-महरा समाज जिला गरियाबंद के उपाध्यक्ष कंचन कश्यप के नेतृत्व में कोसरिया-महरा समाज जिला-गरियाबंद के सैकड़ो की संख्या में महिलाऐं एवं पुरुष एक-जुट हो के कार्यालय-अनुविभागयअधिकारी देवभोग में उपस्थित होकर,साक्ष-सहित आवेदन प्रस्तुत करते हुए, उपरोक्त विषय पर उचित कार्यवाही करनें हेतु अपनीं मांग रखे हैं।कोसरिया-महरा समाज के वरिष्ठ सलाहकार अमृत लाल कश्यप एवं उपाध्यक्ष कंचन कश्यप नें बताया की,गरियाबंद जिला में कोसरिया -महरा समाज के प्रतिनिंधि मंडल द्वारा 06 दिसम्बर 2022 को,मुख्यमंत्री भेट मुलाक़ात कार्यक्रम गरियाबंद में,कोसरिया-महरा समाज भवन का मांग किया गया।
और माननीय मुख्यमंत्री जी नें त्वरित संज्ञान में लेकर,मांग को स्वीकार करते हुए भूमि उपलब्ध होनें की बात पूछे गए,इस दौरान मोखागुड़ा निवासी कोसरिया-महरा समाज के कोषाध्यक्ष खीरनाथ कश्यप द्वारा भूमि दान करनें की बात कही गई,और मुख्यमंत्री जी द्वारा ग्राम-मोखागुडा में भवन निर्माण हेतु,कोसरिया महरा समाज जिला-गरियाबंद को बीस लाख रुपए राशि की स्वीकृति प्रदान किया गया,और आभार व्यक्त किया गया।
किन्तु बीस लाख रुपए राशि की स्वीकृति आदेश पत्र को देख कर,कोसरिया-महरा समाज के,गिरशूल निवासी पूर्व-अध्यक्ष घनश्याम कश्यप एवं ग्राम-सरगीगुड़ा निवासी पूर्व-कोषाध्यक्ष चंन्द्रकिशोर कश्यप, ग्राम-मोखागुड़ा निवासी। पूर्व-सह-कोषाध्यक्ष गंगाधर कश्यप,और ग्राम-मुंगझर निवासी पूर्व-कार्यकारीणीय सदस्य विजय कश्यप द्वारा एक दूसरी नई संगठन,वरिष्ठ कोसरिया महरा समाज का दिनांक 21 जून 2023 को गठन करते हुए,पंजीकरण भी करावा लिए,एवं ग्राम-मोखागुडा निवासी वरुण कश्यप से दस डिसमिल भूमि,अपनें नाम पर आनन-फानन में पंजीयन करा कर भवन-निर्माण कार्य को भी अपनें नाम में करा लिए हैं।और बगैर सूचना पटल लगाये,कोसरिया महरा समाज के विश्वास लिए बिना,भवन-निर्माण कार्य जारी कर दिए हैं। जबकि कोसरिया-महरा समाज द्वारा आयोजित,महासभा दिनांक14/अप्रैल 2022 को ग्राम- मोखागुड़ा में,चयनित पदाधिकारीयों को,नजर अंदाज करते हुए,बंद कमरे में एक नया समाज,वरिष्ठ महरा समाज बना लिए हैं,जिसका समस्त कोसरिया महरा समाज जिला गरियाबंद, विरोध करता है।और कोसरिया महरा समाज के लोगों में अत्यधिक आक्रोश देखनें को मिल रहा है।कोसरिया-महरा समाज के वरिष्ठ सलाहकार,अमृत लाल कश्यप ने कहा कि इसके पूर्व,संबन्धित अधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी देवभोग को इस विषय पर विस्तार से लिखित जानकारी देकर चर्चा भी किया जा चुका है।और मुख्यमंत्री जी के भवन-घोषणा उपरान्त भी इन चार पूर्व पदाधिकारी लोगों द्वारा,नया वरिष्ठ महरा समाज का गठन कर के शासन द्वारा प्रदाय,सामाजिक भवन को,अपनें निज-स्वार्थ केलिए शासन-प्रशासन को,(गुमराह)धोखा देते हुए,खुद को वास्तविक कोसरिया-महरा समाज बता कर,भवन निर्माण को ग्राम मोखागुड़ा निवासी वरुण कश्यप के भूमि पर,स्थल चिन्हांकित करते हुए,बगैर सूचना पटल लगाये,अवैधानिक रुप से,तत्काल जेसीबी मशीन लगाकर,भवन निर्माण कार्य जारी कर दिया है।जबकि इस विषय पर,देवभोग एस.डी.एम.सुश्री-अर्पिता पाठक जी को, वैधानिक रूप से,सूक्ष्म जाँच कर,किन समाज द्वारा भवन मांग किया गया है,इसको जाने बिना,किसी भी संगठन को भवन निर्माण हेतु अनुमति प्रदान नहीं किया जाना चाहिए था।आज एक वैधानिक समाज जो कोसरिया-महरा समाज विगत वर्ष 1945 से संगठित होकर समाज का सुचारु रूप से संचालन कर रहे हैं।
किन्तु इन चार लोगों के कारण,कोसरिया महरा समाज जिला गरियाबंद,न्याय की अपेक्षा में भटक रहा है।और इन्हीं लोगों के द्वारा जो केवल भवन हेतु,नया समाज वरिष्ठ महरा समाज का निर्माण कर शासन-प्रशासन को (गुमराह)कर के चकमा देते हुए,कोसरिया-महरा समाज द्वारा मांगी गई भवन को, ग्राम-मोखागुड़ा निवासी वरुण कश्यप के भूमि पर निर्माण करा रहे हैं।इससे छुब्ध होकर कोसरिया-महरा समाज के महिलाऐं एवं पुरुष,सैकड़ों की संख्या में एक-जुट होकर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय देवभोग में उपस्थित हुए,और भवन निर्माण कार्य को रोक लगानें हेतु ज्ञापन सौंपे हैं।जिस पर,देवभोग अनुविभागीय अधिकारी सुश्री अर्पिता पाठक द्वारा जाँच होनें तक केलिए,भवन निर्माण कार्य को स्थगन करनें हेतु कोसरिया महरा समाज प्रमुखों को आश्वाशन दी गई है।