कुंज बिहारी ध्रुव
गरियाबंद-: प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा टक्कर है ,इस बीच गरियाबंद जिले के दो विधानसभा सीटों पर भी तैयारियां जोरों पर है भाजपा ने जिले के पहले सीट राजिम विधानसभा से अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है , वहीं
जिला का दूसरा सीट जो की भाजपा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और यह भाजपा का अभेद किला के रूप में जाना जाता है । इस सीट पर घोषणा अभी बाकी है,
◾क्या इस बार भी बिंद्रानवागढ़ सीट भाजपा के झोली में आएगा या कांग्रेस इस सीट पर कब्जा करने में सफल होगी इस पर चर्चा जोरों पर है
चुनावी नब्ज़ टटोलने दैनिक लेखवीर की टीम ने जीरो ग्राउंड पर जाकर जनता का राय जाना !
प्रदेश में भूपेश सरकार के योजनाओ और किसानों को मिले सीधे लाभ से भाजपा का गढ़ कहलाने वाला बिंद्रानवागढ़ का समीकरण भी तेजी से बदलता नजर आ रहा है,
वही दूसरी ओर वर्तमान में सीधे साधे भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी का क्षेत्रीय मूलभूत समस्याओं पर चुप्पी साधकर पांच वर्षों का कार्यकाल काटना भी विन्द्रानवागढ़ की जनता के मन में निराशा को बढ़ावा दे रही है, ऐसे में भाजपा का गढ़ माना जाने वाला यह सीट फिलहाल भाजपा के हाथ से फिसलता हुआ नजर आ रहा है !
यह कांग्रेस के लिए अच्छी खबर साबित हो सकती है हालाकि इस सीट के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपने प्रत्याशी की घोषणा अब तक नहीं किया है इस बार यहां के चुनाव परिणाम प्रत्याशी के नाम पर निर्भर होगा।
◾भाजपा में उठी प्रत्याशी परिवर्तन की मांग
बिंद्रानवागढ़ भाजपा कार्यकर्ताओं की पहली पसंद के रूप में गोर्वधन मांझी का नाम सामने आ रहा है,
पिछली भाजपा सरकार में संसदीय सचिव रहते श्री मांझी का पंचवर्षीय कार्यकाल में बिंद्रानवागढ़ विधानसभा के विकास में सबसे खास बात यह रहा कि बहुप्रतीक्षित मांग पूरे हुए, अनेको कार्य हुए पूरे विधान सभा क्षेत्र के लिए करीब 14 अरब का सौगात मिला ,गोवर्धन मांझी ने क्षेत्र के विकास में अहम भागीदारी प्रस्तुत करते हुए मिशाल कायम किया। जानता के हिसाब से मांझी भाजपा के इकलौते ऐसे विधायक थे जिन्होंने अपने कार्यकाल में बिंद्रानवागढ़ के कोने-कोने में पहुंचकर लोगों की समस्याओं से रूबरू होते हुए उनके हर समस्याओं का निदान किया था। जबरदस्त प्रशासनिक क्षमता और कुशल नेतृत्व के चलते आज भी विधानसभा क्षेत्र के जनता व पार्टी कार्यकर्ताओ के लिए पहली पसंद बने हुए हैं।
क्षेत्र में बहुलता वाले गोंड,माली,यादव, समाज व अन्य वर्ग के लोगो का श्री मांझी को अपार समर्थन प्राप्त हैं
जनता व भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग पर इस चुनाव में गोवर्घन मांझी को प्रत्याशी के रूप में अवसर देने पर भाजपा अपनी सीट बचाने में कायम रहेगी ।
मांझी होंगे संकट मोचक-: वर्तमान विधायक डमरूधर पुजारी के द्वारा क्षेत्रीय समस्याओं पर खुलकर ज्यादा बात ना कर पाना ही उनके टिकट कटने का मुख्य कारण माना जा रहा है, हालाकि अभी तस्वीर साफ नहीं है कि डमरूधर का टिकट काटा जा सकता है, लेकीन विधायक जी के कामकाज से नाराज जनता की नब्ज टटोलने के बाद गोवर्धन मांझी को उम्मीदवार बनाए जाने की खबरों ने जोर पकड़ लिया है, आमजनों का यह भी कहना है कि गोवर्धन मांझी ने जिस तरह अपने कार्यकाल में काम कर विकास की नई गाथा लिखी थी, उस विकास की नई इबारत के बदौलत मांझी ही विन्द्रानवागढ़ में संकट मोचक बनकर तेज़ी से बदल रहे समीकरण पर विराम लगाकर उस सीट को भाजपा के पाले में ला सकते है