सुरज मंडावी
कांकेर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हरेली तिहार 28 जुलाई 2022 से गोधन न्याय योजना के तहत गोमूत्र की खरीदी प्रारंभ की गई है। जैविक खेती की ओर किसानों को अग्रसर करने और फसलों को रासायनिक दवाइयों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए गौठानों में गोमूत्र की खरीदी की जा रही है, साथ ही महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गौमूत्र से जैविक कीटनाशक का निर्माण भी किया जा रहा है।
गौठानों में गोमूत्र विक्रय से जहाँ पशुपालकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है, वहीं गोमूत्र से जैविक कीट नियंत्रक ब्रह्मास्त्र तैयार कर स्व-सहायता समूह की महिलाएं भी आय अर्जित कर रही हैं।चारामा विकासखण्ड के ग्राम भिरौद के गौठान में गोधन न्याय योजना अंतर्गत चार रूपये प्रति लीटर की दर से 1693 लीटर गौमूत्र खरीदकर जानकी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा 648 लीटर कीट नियंत्रक ब्रह्मास्त्र तैयार किया गया है।
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी चारामा ने बताया कि कीट नियंत्रण ब्रह्मास्त्र बनाने के लिए 10 लीटर गौमूत्र में नीम, सीताफल, पपीता और करंज की दो-दो किलोग्राम पत्तियां को मिलाकर ब्रह्मास्त्र तैयार किया जा रहा है। भिरौद गौठान में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा 648 लीटर ब्रह्मास्त्र तैयार किया गया है, जिसे 50 रूपये प्रति लीटर की दर से विक्रय किया जा रहा है। अब तक महिला समूह द्वारा 489 लीटर ब्रह्मास्त्र विक्रय कर 24 हजार 450 रूपये का आय अर्जित किया गया है। जानकी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गोधन न्याय योजना के तहत गोमूत्र की खरीदी प्रारंभ करने से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किये हैं।