◾️कलेक्टर से हुई लिखित शिकायत
सूरजपुर। वन परिक्षेत्र सुरजपुर के प्रभारी रेंजर की मनमानी अपने चरम पर है। इनके द्वारा जंगलों में कार्य कम कराया जाता है और कागजों में ज्यादा कार्य कराया जाता है। ऐसे ही मजदूरों द्वारा मजदूरी कराकर राशि हड़पने व स्थानीय मजदूरों को कार्य नही देकर बाहर अन्य राज्यो के मजदूरों से कार्य कराने का आरोप लगते ही रहा है। ऐसे ही एक दफा फिर दो मजदूरों ने 10 माह से वेतन नही देने का आरोप लगाया है बल्कि लिखित शिकायत क्लेक्टर को शौप कर लंबित भुगतान करने की मांग की है।
गौरतलब है कि सतीदेव राजवाड़े आत्मज पवन साय राजवाड़े ग्राम करौटी निवासी, वहीँ देव शरण अगरिया आत्मज अनुक साय अगरिया ग्राम टइयां जो कि भैयाथान क्षेत्र निवासी है। इनके द्वारा सुरजपुर वन परिक्षेत्र सुरजपुर के टइयां नर्सरी कक्ष क्रमांक 2081628 रकबा 40 हैक्टेयर में माह दिसम्बर 2021 में नर्सरी के सुरक्षा हेतु दोनो ग्रामीणों को कार्य पर रखा गया था। ग्रामीण बताते है कि उन्हें रेंजर व वन विभाग के कर्मचारी द्वारा नौकरी पर रखा गया था। जिन्हें मासिक वेतन 6 हजार रुपये बताई गई थी।
आगे बताते है कि हमारा कार्य है कि जंगल की सुरक्षा व्यवस्था देखना, आग जनी ना हो, मवेशियों द्वारा पौधा को नष्ट ना करें सहित जंगलों की देख रेख करने का कार्य था। हमारे द्वारा घर कार्य छोड़ कर समूचा समय जंगल में दिया उम्मीद थी कि मासिक में वेतन मिलेगा किंतु रेंजर द्वारा मजदूरी की राशि नही दिया गया है। जिस कारण आर्थिक तंगी सताने लगी है। उम्मीद था कि राशि मिलेगा ऐसे करते करते 10 माह बीत चुके है। रेंजर से मजदूरी का रकम मांगने पर कहते है कि पैसा नही आया है। मेरे कुर्सी में बैठ कर देख लो ग्रामीण कहते है हमारी मजदूरी की राशि देंगे तभी दीपावली मन पाएगा नही तो बच्चों के लिए कपड़ा, लत्ता समान नही ले पाएंगे।