सुरज मंडावी
कांकेर:- छत्तीसगढ़ सरकार पर जनजाति विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कांकेर जिले के सरोना तहसील के आदिवासी समाज द्वारा लिंगो चौक सरोना पर चक्का जाम कर एक दिवसीय मंडी प्रांगण सरोना पर धरना प्रदर्शन किया गया। हाईकोर्ट ने आदिवासियों के आरक्षण को 32 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। इसे लेकर आदिवासी समाज प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रामक दिख रहे हैं। इसी को लेकर सरोना तहसील के सर्व आदिवासी समाज के लोगों द्वारा चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया गया।
◾️अनु.जन जाति के आरक्षण में कटौती के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आदिवासी समाज द्वारा किया गया
हाई कोर्ट के फैसले के अनुसार अनुसूचित जनजाति वर्ग को आरक्षण20प्रतिशत कर दिया गया है। इसके विरोध में सभी छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों ने शासन के प्रति विरोध एवं धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हो गए हैं।
सर्व आदिवासी समाज का कहना कि राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण आदिवासी समाज की जनगणना के अनुपात में 32 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान को उच्च न्यायालय द्वारा कम करने को लेकर यहां धरना प्रदर्शन किया गया है। सरोना तहसील के अंतर्गत चार आदिवासी समाज परीक्षेत्र सरोना, धनेसरा, धनोरा, छापर पारा, आते हैं। चारों परी क्षेत्र के प्रमुखों ने आज सरोना मंडी प्रांगण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर उपस्थित समाज प्रमुख नरेंद्र नेताम सरोना,घुनेश्वर नेताम धनेसरा, रामनाथ शोरी छापर पारा,प्रतापभास्कर धनोरा,सगेसिंग वट्टी संरक्षक, राजेंद्र मंडावी उपाध्यक्ष, सरोना,जोहननेताम धनेसरा, आत्माराम छापर पारा राजकुमार नाग अध्यक्ष हल्बासमाज, कृष्ण कुमार नेताम ध्रुव गोड़समाज, जिला पंचायत सदस्य तारा ठाकुर,नरेंद्र सलाम,सुकलाल शोरी, ईश्वर मंडावी, सियाराम भास्कर, झाड़ू राम नरेटी,चमरा राम,जंगलरामशोरी,मोहन नेताम,परनसिंह वट्टी,जीवनशोरी,गब्दू भास्कर, सुकराम कुंजाम,धनराजवट्टी, दिलीप नेताम, आदि रहे।