सूरजपुर/ छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य आशा यादव का दो दिवसीय दौरा सूरजपुर के आश्रमों छात्रावासो, स्कूलों में हुआ। आयोग की सदस्य आशा यादव सर्वप्रथम 11 अक्टूबर को सूरजपुर के ग्राम-केतका स्थित बालक आश्रम का निरीक्षण किया, जहां की व्यवस्था देख कर संतुष्ट नजर आई। उन्होंने आश्रम में रहने की व्यवस्था, भोजन कक्ष, स्नानागार, गार्डन, बाड़ी, कम्प्यूटर कक्ष एवं स्कूल भवन का निरीक्षण किया जहां सभी व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आई उन्होंने भवन में कक्ष के कोना टूटा हुआ देखकर उसे मरम्मत कराने के निर्देश दिये।
तत्पश्चात् उन्होंने ग्राम डेडरी स्थित बालिका आश्रम का निरीक्षण किया, जहां पर बच्चों से मुलाकात की और भोजन में सब्जी नहीं बनने के कारण को पूछी और आश्रम अधिक्षिका को डांड लगाई। वहीं आश्रम की सुरक्षा में जानकारी ली तो पता चला पदस्थ नगर सैनिक के नहीं आने की शिकायत प्राप्त हुई, जिसके लिए जिले के एस.पी. से तत्काल बात की और उसे अन्यत्र भेजने। उन्होंने जिले में संचालित सखी वन स्टाप सेंटर भी देखा, जहां उनका स्वागत जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेस सिंह सिसोदिया ने किया, स्वयं जिला कार्यक्रम अधिकारी ने मैडम को सखी वन स्टाप सेन्टर का निरीक्षण कराया। तत्पश्चात् सखी वन स्टप सेंटर में उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से जिले में बच्चों के बेहतर क्रियान्वयन हेतु विचार विमर्श किया। कस्तूरबा गांधी आश्रम में बालिकाओं से उन्होंने उनके जीवन के लक्ष्य हेतु बाते की और उनसे गीत सुनी और छात्रावास की बालिकाओं की तारीफ की।
बाल आयोग की सदस्य 12 अक्टूबर को सुबह लगने वाला स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल सूरजपुर पहंची, जहां बच्चों से बात की और उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा संचालित स्वामी आत्मानंद स्कूल के संबंध में चर्चा की और बताया कि पहले गरीब परिवार के बच्चे अंग्रेजी शिक्षा से दूर रहते थे, जिसके कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छ.ग. में अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय शुरू कर गरीब बच्चों तक निःशुल्क शिक्षा पहुंचाई है। उन्होंनेे बच्चों के साथ जमीन में बैठकर भोजन किया और भोजन का तारीफ की। तत्पश्चात् आयोग की सदस्य ने एकलब्य आवासीय विद्यालय शिवप्रसाद नगर के विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ की। एकलब्य विद्यालय में आशा यादव ने बालकों को संबोधित किया और उन्हें अच्छी मेहनत करने और लक्ष बना कर पढ़ाई करने की बात कही। तत्पश्चात् आयोग की सदस्य शाकसीय हायर सेकेण्डरी स्कूल बसदेई पहुंची और स्कूल के बच्चों से मुलाकात की और उनके समस्याओं के संबंध जाना। सभी बच्चियों से उनका हाल-चाल जाना। आयोग की सदस्य ने संस्थाओं के निरीक्षण में बच्चों के हित में क्या-क्या बेहतर हो सकता है इस हेतु कड़े निर्देश दिये।