◾️विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर उठ रहे हैं सवाल
◾️अब तो विभागीय जांच प्रक्रिया भी आ गई है संदेह के दायरे में
◾️जांच अधिकारियों की भूमिका को शक की नजर से देखने लगे हैं लोग
जगदलपुर। शिक्षा जिला बस्तर में हुई धांधलियों की जांच के बीच जिले के एक विकास खंड शिक्षा अधिकारी को पदोन्नति के पुरस्कार से नवाजा गया है. इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। विभिन्न अनियमितताओं और पदोन्नति व पदस्थापना में हुई बेजा उगाही को लेकर जब जिले का शिक्षा महकमा शक के दायरे में है और जांच प्रक्रिया जारी है, तब जिले के ही एक बीईओ को अचानक प्रमोशन का तोहफा दिए जाने से शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की भूमिका और जांच प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं.
शिक्षा विभाग द्वारा एक आदेश जारी कर कई शिक्षा अधिकारियों का तबादला किया गया है। इसी तारतम्य में बस्तर के विकासखंड शिक्षा अधिकारी बलीराम बघेल को पदोन्नति प्रदान कर उन्हें बीजापुर जिले का प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनाया गया है. बस्तर शैक्षणिक जिला भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं का गढ़ बन चुका है. कार्यों में गड़बड़ी, शासकीय राशि के दुरूपयोग, शिक्षकों और विभागीय कर्मचारियों के वित्तीय प्रकरणों के निपटारे के नाम पर राशि की मांग करने जैसे आरोप लगते रहे हैं. हाल के दिनों में बस्तर जिला शिक्षा कार्यालय प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं के शिक्षकों की पदोन्नति और पदोन्नत शिक्षकों की पदस्थापना को लेकर बहुत ज्यादा बदनाम हो चुका है. खबर है कि पदोन्नति के लिए तो शिक्षकों से जमकर वसूली की ही गई.
पदोन्नति पश्चात उनकी पदस्थापना के नाम पर भी एक से लेकर डेढ़ लाख रु. तक वसूले जाने की चर्चा है. सूत्रों के मुताबिक जिला शिक्षा अधिकारी बस्तर के संरक्षण में डीईओ कार्यालय के कुछ बाबुओं तथा शिक्षक संघ के कुछेक पदाधिकारियों ने पदोन्नति प्राप्त शिक्षकों से उन्हें उनकी मन पसंद शाला में पदस्थ कराने के लिए लाखों रुपए वसूल किए हैं. इसके एवज में बाबुओं और शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को अफसर ने अच्छा खासा कमीशन दिया है.
आर्थिक हित साधने के फेर में जिला शिक्षा अधिकारी ने संचालक लोक शिक्षण छत्तीसगढ़ द्वारा पदोन्नत शिक्षकों की पदस्थापना के लिए जो दिशा निर्देश जारी किए गए थे, उनकी भी खुलकर धज्जियां उड़ाई हैं.बस्तर शैक्षणिक जिले में हुई गड़बड़ियों की जांच के लिए रायपुर से आई टीम अभी यहीं है. माना जा रहा है कि टीम में शामिल अफसरों से ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही बीईओ श्री बघेल को पदोन्नत किया गया है. इसे देखते हुए अब लोग कहने लगे हैं कि जिला शिक्षा अधिकारी समेत विभाग के अन्य अधिकारियों को पाक साफ बताने की शुरुआत जांच अधिकारियों ने कर दी है.